Meerut: परीक्षितगढ़ में पुलिस ने दीपक हत्याकांड मामले में तालाब से खेत तक खंगाले, नहीं मिला कटा सिर

मृतक का फाइल फोटो

मेरठ। मेरठ के परीक्षितगढ़ में दीपक त्यागी की हत्या के मामले में हत्यारोपियों को पुलिस खजूरी, अहमदनगर बढ़ला और आसपास के गांव में ही ढूंढ रही है। सीसीटीवी कैमरे, प्रेम संबंध और दोस्तों की कुंडली खंगाली जा रही है। कातिल की गिरफ्तारी और कटा हुआ सिर बरामद न होने से पीड़ित परिवार में आक्रोश बढ़ रहा है। हिंदू संगठन और किसान नेताओं ने कातिलों की 48 घंटे में गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। बीते गुरुवार और बीते शुक्रवार को एसएसपी ने भी हिरासत में लिए गए लोगों से घंटों पूछताछ की।

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दीपक त्यागी का कटा हुआ सिर और हत्यारोपियों को ढूंढने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। गांव और तालाब के साथ खेत तक खंगाल लिए, लेकिन अभी तक कोई सफलता हाथ नहीं लग पाई है। 5 दिन से एसओजी, क्राइम ब्रांच, साइबर सेल और पुलिस की टीमें छानबीन में जुटी हैं। बीते शुक्रवार को भी चार जेसीबी मंगाकर सर्च अभियान चलाया गया। इसके बावजूद पुलिस के सामने नतीजा शून्य रहा। पुलिस अब तक 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर चुकी है।

परीक्षितगढ़ के खजूरी गांव निवासी धीरेंद्र त्यागी उर्फ भगतजी के बेटे दीपक त्यागी के हत्यारों का सुराग नहीं लगा है। दीपक की अंतिम लोकेशन खजूरी के जाटव मोहल्ले में बताई गई। पास के गांव अहमदनगर बढ़ला में एक युवती से उसके प्रेम संबंध बताए गए। उक्त युवती ने बताया कि तीन माह से दीपक से बोलचाल बंद थी। खजूरी और अहमदनगर बढ़ला के करीब 20 लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस लगातार 3 दिन से पूछताछ कर रही है। पुलिस का दावा कि दोनों गांव में ही दीपक का कातिल छुपा हो सकता है।

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एसपी देहात केशव कुमार का कहना कि दीपक का दोनों गांव के कई लोगों से विवाद हुआ है। सभी संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर ली गई है। लेकिन कोई सुराग नहीं लगा है। पुलिस जिस बिंदु पर काम करती है, वह कुछ दूर चलकर बंद हो जाता है। दीपक का कटा हुआ सिर ढूंढना भी पुलिस के सामने चुनौती बना हुआ है। भावनपुर के गांव नंगला में भी पुलिस ने कई लोगों से पूछताछ की। पुलिस का दावा है कि दीपक के मोबाइल की सीडीआर में कई महिलाओं के नंबर मिले हैं। उक्त महिलाओं से भी पूछताछ की गई। सर्विलांस, एसओजी और थाना पुलिस कातिलों का पता लगाने में लगी हैं।

धीरेंद्र त्यागी ने बताया कि बेटे ने घर से जाने से पहले पीले रंग की शर्ट और जींस पहनी थी। हत्या से पहले उसके कपड़े बदले गए हैं। इस बिंदु पर भी पुलिस गहनता से जांच कर रही है। दीपक के हाथ में लंगूर ने काट लिया था। उसको 52 टांके आए थे। उसी चोट से शव की पहचान की गई।

किसान नेता मांगेराम त्यागी ने खजूरी पहुंचकर पीड़ित परिवार को सांत्वना दिया। उन्होंने कहा कि दो दिन में कातिलों की गिरफ्तारी और सिर बरामद नहीं होने पर परीक्षितगढ़ थाने का घेराव करेंगे। उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के पीड़ित के घर न आने पर नाराजगी जताई। इसके दो घंटे बाद एडीएम ई अमित सिंह और एसडीएम अखिलेश कुमार पहुंचे। वहीं समाजसेवी सचिन सिरोही ने आंदोलन की चेतावनी दी। पीड़ित परिवार को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की। विश्व हिंदू परिषद के दीपक त्यागी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल गांव पहुंचा और परिजनों को सांत्वना दी।


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