आजमगढ़। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने कलेक्ट्रेट सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ की संभावित स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने लगातार हो रही बरसात को देखते हुए अधिकारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि प्रत्येक गांव में राहत शिविरों एवं बाढ़ चौकियों को तत्काल सक्रिय कर दिया जाए। उप जिलाधिकारी सगड़ी को निर्देश दिया कि जिला पंचायत राज अधिकारी से संपर्क कर शिविरों की साफ-सफाई, रहने एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं समय सुनिश्चित करा लें।
उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित गांवों में एलर्ट जारी कर दिया जाए। लाउडस्पीकर के माध्यम से नागरिकों को सतर्क रहने के लिए अनाउंस कर दिया जाए। आवश्यकतानुसार नाव एवं लाइफ जैकेट की व्यवस्था की जाए। राहत शिविरों में पर्याप्त खाने की व्यवस्था, पानी और शौचालय आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। राहत शिविरों में पर्याप्त लाइट की व्यवस्था होनी चाहिए। आवश्यकतानुसार जनरेटर भी मंगा लें।
उन्होंने कहा कि आपात परिस्थिति में नागरिकों को ऊंचे स्थानों पर ले जाने के लिए ट्रैक्टर की भी व्यवस्था कर ली जाए। बाढ़ से रेस्क्यू के लिए बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के नागरिकों को ही लगाया जाए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के पशुओं की भी पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पशुओं के लिए भूसा, चारा आवश्यकतानुसार संरक्षित कर लिया जाए। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से संपर्क कर सभी पशुओं का टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें। प्रधान एवं कोटेदार आपस में समन्वय स्थापित कर सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि तहसील एवं जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष को तत्काल सक्रिय कर दें। किसी भी प्रकार की सहायता के लिए हमेशा तैयार रहें। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ नियंत्रण कक्ष एवं हेल्प लाइन नंबर अनाउंस करा दिया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला, मुख्य राजस्व अधिकारी जेपी सिंह, अपर जिलाधिकारी आजाद भगत सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. इंद्र नारायण तिवारी, एसडीएम सगड़ी राजीव रतन सिंह, डीपीआरओ अजय कुमार श्रीवास्तव एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
