Meerut : बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव है दशहरा

Meerut: Dussehra is the celebration of the victory of good over evil
Meerut : बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव है दशहरा

मेरठ। बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव विजयदशमी पर्व आज पूरे मेरठ सहित देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। आज विजयादशमी के दिन रावण दहन की परंपरा सदियों पुरानी हैं। मेरठ में शहर से देहात तक लगभग 18 स्थानों पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले दहन किए जाएंगे। रावण के पुतले की अधिक ऊंचाई 120 फुट तक है। इसके बाद 105, 90 और कहीं पर 80 फुट ऊंचा रावण का पुतला देखने को मिलेगा। रावण के साथ कुंभकरण के पुतले की ऊंचाई 100, 90, 80 और 60 फुट तक रखी गई हैं। दशानन के पुतले को सात घोड़ों के रथ पर सवार किया गया हैं। रावण के पुतले की बड़ी बड़ी मूंछे बनाई गयी है। इस बार रावण दहन के समय रावण की आंखों से अंगारे निकलेंगे और आग का झरना भी बहेगा। रावण के विशालकाय पुतले को जलाने के लिए अत्यधिक बम लगाए है। दशहरे पर मुख्यरूप से आतिशबाजी करने वालों को जयपुर से बुलाया है।


आपको बता दे, भैसाली मैदात में 120 फुट ऊंचा रावण,110 फुट ऊंचा कुंभकर्ण और 100 फुट ऊंचा मेघनाद का पुतला है। रावण सात घोड़ों पर सवार होगा। भव्य आतिशबाजी और मेला रावण दहन का समय रात करीब 10.00 बजे रहेगा। श्रीरामलीला कमेटी मेरठ शहर में 150 साल से रावण दहन कार्यक्रम हो रहा है। यहां पर 120 फुट ऊंचा रावण,60 फुट ऊंचा कुंभकर्ण,60 फुट ऊंचा अहिरावण,60 फुट ऊंचा मेघनाद का पुतला है। दो घंटे तक लगातार होगी।


गौरतलब है कि रिमोट कंट्रोल से बहुरंगी आतिशबाजी की जाएगी। करीब 10 हजार पटाखों की लड़ियां छोड़ी जाएगी। रावण दहन का समय: रात करीब 9.00 बजे है। सूरजकुंड रामलीला कमेटी में 40 साल से रावण दहन हो रहा है। यहां पर 105 फुट ऊंचा रावण है। जबकि 100 फुट ऊंचा कुंभकर्ण और 95 फुट ऊंचा मेघनाद का पुतला है। इलेक्ट्रिक पटाखों से एक घंटे तक लगातार रंग बिरंगी आतिशबाजी होगी। रावण दहन का समय रात 9 बजे रखा गया है।



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