मेरठ। मेरठ के किला परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र में हुई दीपक हत्याकांड की गुत्थी को देर रात सुलझा दी गयी। पुलिस ने चुनौती बने दीपक के कटे सिर को भी करीब आठ दिन बाद तलाश लिया है। पुलिस ने देर रात घटनास्थल से चंद कदम की दूरी पर गन्ने के खेत से दीपक का कटा सिर बरामद कर लिया। हत्यारोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है। दीपक के कटे सिर को हत्यारोपी ने सीमेंट के खाली बोरे में रखा हुआ था। पुलिस के मुताबिक खजूरी के शमीद की शादीशुदा बेटी से दीपक ने दो बार संबंध बनाए थे। जिसके बाद आक्रोशित शमीद नट ने दीपक की तलवार से गला काटकर हत्या कर दी थी। आरोपी शमीद नट को दीपक का सिर काटकर सिमेंट के बारे में भरकर उसको गन्ने के खेत में छिपा दिया था।
आपको बता दें कि दीपक की बीती 26 सितंबर को सिर काटकर हत्या की थी। खजूरी निवासी भगत जी के बेटे दीपक को दो दिनों तक अगवा रखा था और फिर उसकी हत्या की थी। हत्यारोपी सिर काट कर ले गए थे। हत्यारोपी और दीपक के कटे सिर को तलाशने के लिए एसओजी, सर्विलांस की टीमें खाक छान रहे थे। लेकिन सफल नहीं मिल रही थी। बीते रविवार को गांव में दीपक की रस्म पगड़ी हुई। जिसमें दूरदराज से त्यागी समाज के लोग उबल पड़े थे।
बीती रविवार की रात को घटनास्थल से चंद कदम दूरी पर गन्ने के खेत में सीमेंट के बारे में लिपटा हुआ मिल गया। जिसे पुलिस ने कब्जे में लेकर मोर्चरी के लिए भेज दिया। उधर, ग्रामीण पुलिस पर सवाल उठाते हुए बड़े षड्यंत्र की तरफ इशारा कर रहे हैं। आरोप है कई दिनों तक ग्रामीण, पुलिस उक्त खेत में सिर तलाश कर रहे थे लेकिन तब कहीं नहीं दिखाई दिया। आखिर अब कहां से आ गया। पुलिस ने सिर बरामदगी के साथ हत्यारोपी को गिरफ्तार कर लिया। वह गांव खजूरी में शामिद नट समाज का बताया जा रहा है और उसका कहना है कि मृतक उसकी बेटी पर नजर रखता था। उसने तलवार से सिर काट कर हत्या कर दी।
