हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा के साथ-साथ आज मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने मतदान को आसान और निष्पक्ष बनाए जाने की कई प्रक्रियाओं की जानकारी दी। उन्होंने सी-विजिल एप के साथ-साथ डोर स्टेप वोटिंग के बारे में बताया।
नई दिल्ली। निर्वाचन आयोग ने आज हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने दिल्ली में आयोजित एक प्रेस क्रॉफ्रेंस में चुनाव की तारीखों का ऐलान करते हुए बताया कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 के लिए आगामी 17 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होगी। हिमाचल में एक चरण चुनाव आगामी 12 नवंबर को चुनाव होगा। वोटों की गिनती आगामी 8 दिसंबर को होगी। चुनावी कार्यक्रम की घोषणा के साथ-साथ मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने डोरस्टेप वोटिंग के नाम से शुरू की गई एक नई सुविधा के बारे में भी जानकारी दी। इस सुविधा के तहत घर बैठे-बैठे वोट दे सकेंगे।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि 80 साल से अधिक उम्र के बुर्जुग, दिव्यांग, कोविड पॉजिटिव मतदाता अपने घर से मतदान कर सकेंगे। इसके लिए ऐसे वोटरों को फॉर्म 12-डी दी जाएगी। उन्होंने बताया कि घर से वोटिंग की सुविधा पिछली चुनाव में कुछ जगहों पर दी गई थी। तब कुछ लोगों ने घर से होने वाले मतदान पर सवाल उठाए थे। जिसे देखते हुए इसबार डोरस्टेप वोटिंग की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
चुनाव आयुक्त ने कहा कि आयोग फ्री, फेयर चुनाव के लिए प्रतिबद्ध है। वोटर आराम से वोट कर सके, यंग और बुर्जुग मतदाता बूथ तक पहुंचे, इस पर विशेष तैयारी की गई है। फेक न्यूज और अफवाहों को फैलाने वालों पर नजर रहेगी। सीमाएं सील रहेंगी। शाम छह बजे के बाद कैश बैन की आवाजाही नहीं होगी। इसके साथ-साथ चुनाव आयुक्त ने एक नई सुविधा की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वोटिंग वाले राज्यों में नामांकन के दिन तक नए मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में जोड़ा जा सकता है।
डोर स्टेप वोटिंग के बारे में चुनाव आयुक्त ने बताया कि देश में 82 लाख दिव्यांग मतदाता है। यदि वे बूथ तक आ पाएंगे तो ठीक नहीं तो उन्हें 12-D फॉर्म दिया जाएगा। इस फॉर्म को भरने वाले मतदाताओं का मत लेने के लिए चुनाव अधिकारी उनके घर तक आएंगे। साथ ही निष्पक्षता के उद्देश्य से डोर स्टेप वोटिंग के बारे में वहां के प्रत्याशी के एजेंट को पहले से जानकारी दी जाएगी। प्रत्याशी के एजेंट भी डोर स्टेप वोटिंग के समय मौजूद रह सकते हैं।
चुनाव आयुक्त ने सी-विजिल एप के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान यदि कहीं भी कोई कैंडिडेंट और कैंडिडेंट का समर्थक कुछ गड़बड़ी कर रहा हो, धनबल या बाहुबल का प्रयोग कर रहा हो तो कोई भी वोटर अपने मोबाइल उसकी तस्वीर या वीडियो सी-विजिल एप पर डाल सकेंगे।
चुनाव आयुक्त ने आगे बताया कि तस्वीर और वीडियो सी-विजिल पर डालने के बाद 16 मिनट में हमारी टीम वहां पहुंचेगी। साथ ही आयोग ने इस पर क्या कार्रवाई की इसकी जानकारी शिकायर करने वाले के मोबाइल पर 90 मिनट में दिया जाएगा। इसके साथ-साथ उन्होंने Know Your Candidate (KYC) के बारे में भी जानकारी दी। यहां पर प्रत्याशियों की क्राइम हिस्ट्री की जानकारी दी जाएगी।
